Sahara India Payment Status
Sahara India Payment Status Check: निवेशकों को मिलने लगे ₹50,000 की किस्त ?
सरकार और सुप्रीम कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद सहारा इंडिया परिवार की नई रिफंड लिस्ट 2025 जारी कर दी गई है और पेमेंट प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी डिजिटल पोर्टल के माध्यम से की जा रही है। निवेशकों को उनकी रकम वापस मिल रही है, जिसमें अब तक 17,000 से अधिक लोगों को ₹138 करोड़ से ज्यादा की राशि दी जा चुकी है। यह प्रक्रिया जुलाई 2025 से औपचारिक रूप से शुरू हो गई थी और अब लाखों निवेशकों के दावों पर भुगतान तेजी से किया जा रहा है
50,000 की किस्त — किसे और कब?
पहली किस्त के तौर पर पात्र निवेशकों को अधिकतम ₹50,000 तक बैंक ट्रांसफर के जरिए भुगतान किया जा रहा है।
यह भुगतान किस्तों में हो रहा है — पहली किस्त ₹10,000 से शुरू हुई थी, अब ₹50,000 तक की राशि जारी की जा रही है। आगे की किस्तें बाद में आएंगी।
भुगतान उसी निवेशक को मिल रहा है, जिसने पोर्टल के माध्यम से सही दस्तावेजों के साथ आवेदन किया और जिनका वेरिफिकेशन पूरा हो गया है
कैसे चेक करें सहारा इंडिया पेमेंट स्टेटस?
सबसे पहले सहारा इंडिया रिफंड की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
‘Depositor Login’ या ‘रिफंड स्टेटस चेक’ वाले ऑप्शन पर क्लिक करें।
अपना आधार कार्ड नंबर (अंतिम चार अंक) और आधार लिंक्ड मोबाइल नंबर डालें।
पंजीकृत मोबाइल पर मिले OTP को दर्ज करें।
आवेदन संख्या के साथ अपना स्टेटस चेक करें और पता करें कि आपको किस्त मिली है या नहीं
जिस निवेशक की किस्त स्वीकृत है, उसे खाते में डायरेक्ट बैंक ट्रांसफर के जरिए पैसा मिलेगा।
रिफंड प्रक्रिया और जरूरी जानकारी
केवल उन निवेशकों को भुगतान मिलेगा, जिनकी जमा राशियाँ सहारा की मान्यता प्राप्त चार कोऑपरेटिव सोसाइटीज़ में थीं।
आवेदन के 45 दिनों में वेरिफिकेशन की प्रक्रिया होती है; इसके बाद ही भुगतान होता है
जिन निवेशकों का क्लेम रिजेक्ट हो गया है, वे दोबारा पोर्टल के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
कुल 10 करोड़ निवेशकों के दावे हैं; सरकार का टारगेट है कि साल के अंत तक 80% दावे निपटा दिए जाएंगे
निष्कर्ष: सहारा इंडिया द्वारा निवेशकों को रुपए 50,000 की किस्त जारी करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, और निवेशकों को उनके दावे के अनुसार चरणबद्ध रूप में राशि लौटाई जा रही है। अगर आवेदन किया गया है तो पोर्टल पर नियमित स्टेटस चेक करें, और अगर किस्त दिल्ली है तो हेल्पलाइन या पोर्टल के जरिए अपील भी करें